Thursday, March 9, 2023

उधार की जिंदगी

जिया करते थे जो सब प्यार की जिंदगी
जी रहे है आजकल जैसे उधार की जिंदगी

रफ्तार सी है रूह में, ना जाने क्या पाने की

अचानक यू बदल गई फितरत जमाने की

एक दूसरे  के लिए हम होते थे फिक्रमंद 

अब तो रिश्ते और दोस्ती रह गई चंद 

ऑनलाइन पर फ्रेंड्स रिक्वेस्ट बेशुमार है 

बात करने देखा तो कही दो कही सिर्फ चार है 

मकसद जीवन का शायद हम रहे है भूल 

अनजानी मंजिल को पाने में हो गए मशगूल 

वो खिलखिलाहट, वो मस्ती , वो अपनापन 

मायूस हो कर बैठा आदमी, जैसे था कोई स्वप्न 

आओ फिर मिले, गले लगे , भूल जाए सोशल मीडिया 

संग बैठ देखे आकाश की ओर,  गिने कौए और चिड़िया 

जीवन में चलता रहेगा ये खयाली आना जाना 

बस रहेगा साथ गर कुछ , वो अपनो के संग मुस्कुराना






























Sunday, May 17, 2020

तपन

उगता है वो सूर्य सा चीर कर पर्वतो का सीना
खुद जलकर सीखाता है वो औरो को जीना

बहता है वो जल सी एक अविरल धारा
सींच कर बंजर जमीन को है उसने संवारा

रात के घने अंधेरे में चमकता आफताब हो
हर कोई पढ़ना चाहे ऐसी एक किताब हो

अश्को के बहते दरिया को मजबूत बांध बनाया
नीरस इस जीवन मे, सुरो का तार बजाया

नम जाये ये जमी, नम जाएगी ये धरा
रहे बरकरार ये गति, चलती रहे ये परंपरा

गर्व है हमे हम आपका अहम हिस्सा है
सक्सेस जिसकी आज एलआयसी मे किस्सा है

ये हमारी तरक्की दिन रात बढती रहे
उचाईयो की पताका पुरे भारत मे फहरती रहे

आशा है ये जूनून ऐसे ही चलता रहे
तरक्कि का ये दिया सालोसाल जलता रहे

ऐसे ही नही बनता कोई जीवन मे नंबर वन
समर्पण है, विचार है, सही है कितनी तपन

नटखट दोस्ती

पलो में पल कुछ खास पल
अपनो का एहसास का पल

अपनी दोस्ती तो एक राज है
नटखट है पर इस पर नाज है 

तेरी अजीब अजीब से हरकत है 
जैसी भी है इसमें बरकत है 

गुस्से में हो जाती जैसे मिर्च लाल
जब हो नार्मल तो करे कमाल

उम्र में भले ही हो गई हो तुम पचास
हरकते ऐसी ही रखना एकदम झकास

Friday, January 3, 2020

2020 का आगाज

उम्मीदों की ले कर गारंटी
देखो लो आ गया है 2020

कुछ twist है कुछ फन है 
यहां हर पालिसी पर रन है ।

हम सब वैसे तो एक है, पर बन गई है 6 टीम
आयो इसे बेहतर बनाये, लगाए प्रीमियम स्ट्रीम

गुरु ने अगर इस बार फिर से ठाना है 
नजर सही रखो, अपना ही निशाना हैं 

परफॉरमेंस रहेंगा सबका better to stable
वादा है ये , हरेक पायेगा मिलियन डॉलर राउंड टेबल

करते है सबके सामने ऐलान आज 
10 MDRT से होगा इस महीने का आगाज
 


Wednesday, August 14, 2019

बस चलता चल

लग गए जिंदगी की दौड़ में
मंजिल को पाने की होड़ में
भूल कर तू बीता हुआ पल
बस चलता चल चलता चल

रस्ता देख रही है राहें
पसार कर अपनी यह बाहें
न कर तू देरी अब एक पल
बस चलता चल चलता चल

आएंगी राहों में बहुत सी बाधा
पर न बदल देना तू अपना इरादा
रखना शुरू अपने दिल में हलचल
बस चलता चल चलता चल

ना भटकने देना मंजिल से तेरी यह नजर
ना होने देना उम्मीदों पर तेरी कोई असर
दिल में बस मची रहने देना खलबल
बस चलता चल चलता चल

देखकर इरादा तेरा चट्टाने भी चरमराएगी
जो कभी लगती थी मुश्किल वह राह  आसान हो जाएगी
समय से लड़ने वाले का खुद समय हो जाएगा कायल
बस चलता चल चलता चल
यूं ही चलता चल चलता चल

Monday, April 22, 2019

आदत सी ही गयी है

पानी की एक बूंद थी, एक गहरा सागर तूने बनायाo
दिल के आईने को अपनी चमक से तूने चमकाया

डगर अनजान थी, कठिन था रास्ता
साथ था तेरा, चल पड़े आहिस्ता आहिस्ता

आयी जीवन मे खुशियां और कई बाधा
तेरे साथ की ताकत से न बदला कभी इरादा

दिन बीते, महीने बीते, बीत गए 25 साल
बीते हुए हर पल में दिल मे सिर्फ तेरा ख्याल

तेरे खयालो का ये सिलसिला एक आदत बन गयी है
तेरी हर आदत की मुझे आदत सी पड़ गयी है

तेरी तकरार तेरा ये प्यार, एक शरारत सी बन गयी है
तेरी हर आदत की मुझे आदत सी पड़ गयी है

तेरा मुस्कुराना , सुनती क्या बुलाना, मानो इबादत सी बन गयी है
तेरी हर आदत की मुझे आदत सी पड़ गयी है

तेरी इन आदतों का ये सिलसिला युही चलता रहे
तेरी हर धड़कन से ये जीवन मेरा चलता रहे
तेरी हर एक अदा अपने आप मे मेरी चाहत सी बन गयी है
तेरी हर आदत की मुझे आदत सी पड़ गयी है

Thursday, April 4, 2019

इंसानियत की किताब

मजहब के नही अब मतलब हो गए है महाग्रंथ
इंसानियत टुकड़े हो रहे है, बन रहे अनेक पंथ

अपने मतलब से सब लिख रहे है गीता,
कोई अब किसी के लिए नही जीता

अपने मतलब से सब लिख रहे है कुरान
पाक काम छोड़ नापाक हो रहे इंसान

अपने मतलब से सब लिख रहे है बाइबल
मानव धर्म छोड़, धर्म परिवर्तन पर है बल

अपने देश को महान बनाने की है अब ललकार
भगवा, नीला हरे रंग की लडाई से मचा है हाहाकार

चंद वादों और मीठी बातो का है ये ढकोसला
दीमक से खतरनाक है ये, कर रहे देश खोकला

चुनाव से पहले किसी को किसी से नही होता द्वेष
मौका मिलते ही गिरगिट को पीछे छोड़ने का इनका भेष

गार्डन, सफर, होटल, आफिस में साथ रहने की हमे आदत है
मानवता है धर्म हमारा, यही हमारी इबादत है

नही टूटने देंगे इस देश को  धर्म की लड़ाई में
सभी का जीवन सुंदर हैं, मानवता की भलाई में

गीता, कुरान बाइबल छोड़ आओ मानवता की लिखे किताब
न कोई रंग हो ना कोई नियम, बस प्रेम हो बेहिसाब